नागपुर। उत्तर नागपुर की बात करें तो यहां बौद्ध और मुस्लिम की संख्या अधिक होने के कारण स्थानीय लोग हर बार कांग्रेस को वोट देते आए हैं। लेकिन इस बार सियासी समीकरण बिल्कुल बदले हुए नजर आ रहे हैं। मुस्लिम समाज को लगता है कि कांग्रेस ने डमी कैंडिडेट खड़ा किया है। जो मजबूत और ज़िताऊ बिल्कुल नहीं है। लोगों का तो यहां तक कहना है कि कांग्रेस ने लड़ाई से पहले ही आत्म समर्पण कर दिया है। इधर बौद्ध वोटर्स को निर्दलीय उम्मीदवार पर भरोसा है। मुस्लिम समुदाय को लगता है कि अल्पसंख्यकों को परेशान किया जा रहा है। बुलडोजर से आजकल फैसले हो रहे हैं। बिजनेस सेक्टर से लेकर सरकारी सिस्टम को लगातार बर्बाद किया जा रहा है, इसलिए अपना वोट बिल्कुल इस बार सोच समझ कर ही देंगे। कुछ स्थानीय लोगों का तो यहां तक कहना है कि कांग्रेस के नेता अब भरोसे लायक नहीं रहे। लोगों का मानना है कि कांग्रेस के भ्रष्ट नेता डरे हुए हैं उनके पास दो ही विकल्प है यह तो जेल जाओ या भाजपा में जाओ।

हवा लगातार हो रही है जहरीली, स्थानीय लोग परेशान
नजूल के पत्ते यहां के लोगों को अलॉट नहीं हुए यह लोगों की बड़ी समस्या है तो वहीं कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां पानी की समस्या है पानी आता तो है लेकिन 5 मिनट तक हवा का प्रेशर ही आता है जिससे मीटर घूमते रहता है और बिल जनरेट करता है। वहीं उत्तर नागपुर के कोराडी में थर्मल पावर प्लांट के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। आरोप है कि राजनेता ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे यहां कि हवा जहरीली होती जा रही है इसका प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है लोग बीमार हो रहे हैं। वहीं विदर्भ को स्वतंत्र करने की मांग को लेकर यहां आवाज उठ रही है। उत्तर नागपुर में विदर्भ वादी सक्रिय हैं लोगों का कहना है कि कांग्रेस बीजेपी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।