लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी और बिक्री के मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश में दो नमूने हैं—एक उत्तर प्रदेश में और दूसरा अन्य जगहों पर, जहां सिरप का निर्माण होता है।
पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर सुरेश खन्ना ने जवाब देते हुए कहा कि यूपी में कोडीन सिरप से कोई मौत नहीं हुई और सरकार पूरा जवाब देगी। सरकार ने NDPS एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की है, जिसमें कई गिरफ्तारियां हुई हैं और लाइसेंस कैंसल किए गए हैं। सीएम योगी ने पहले भी कहा था कि हर माफिया का सपा से पुराना नाता है और जांच में बड़े खुलासे होंगे।
बता दें कि, सत्र में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जैसे अनुपूरक बजट, वंदे मातरम पर विशेष बहस, यूरिया-डीएपी की उपलब्धता, लेखपाल भर्ती और स्वास्थ्य सेवाएं। लेकिन कोडीन सिरप मामला प्रमुख रहा, जिसने सदन को कई बार स्थगित कराया। सपा का कहना है कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है, जबकि भाजपा इसे विपक्ष की साजिश बता रही है।
गौरतलब हैं कि, यह विवाद 2027 के विधानसभा चुनाव की आहट के बीच और तीखा हो गया है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर माफिया संरक्षण के आरोप लगा रहे हैं। सरकार का दावा है कि यूपी में अपराध और माफिया राज खत्म हो गया है, जबकि विपक्ष इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहा है।
