बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल अब पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है। जैसे-जैसे पहले चरण की वोटिंग की तारीख 6 नवंबर नजदीक आ रही है, राजनीतिक दलों का जनसंपर्क अभियान और तीखा होता जा रहा है। सत्ता और विपक्ष — दोनों ही ओर से नेताओं के बयानबाज़ी का दौर तेज हो गया है। इसी क्रम में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के सीतामढ़ी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
शाह का कांग्रेस पर हमला — “आतंकवाद और तुष्टिकरण की राजनीति से देश को बचाया”
सीतामढ़ी की रैली में उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन की सरकारें सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती रहीं। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस ने देश में आतंकवाद को बढ़ावा दिया, आतंकियों पर कार्रवाई की बजाय उन्हें सुरक्षा दी गई। लेकिन मोदी सरकार ने देश के दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मारा है।”
बिहार में वोटिंग से पहले गरमा रहा है माहौल
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले राज्य की सियासत पूरी तरह गरमाई हुई है। एक तरफ एनडीए, जिसमें बीजेपी, जेडीयू और HAM जैसे दल शामिल हैं, अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रही है, तो दूसरी तरफ महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) सरकार पर विफलताओं के आरोप लगा रहा है।
अमित शाह बोले — “बाढ़ मुक्त बिहार, भ्रष्टाचार मुक्त शासन”
अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि आने वाले पांच सालों में बिहार को “बाढ़ मुक्त” और “भ्रष्टाचार मुक्त” राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पहले ही बिहार में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। शाह ने जनता से अपील करते हुए कहा, “आपके वोट से बिहार का भविष्य तय होगा। एनडीए को जिताइए ताकि विकास का सिलसिला थमे नहीं।”
योगी और अखिलेश की रैलियां भी रहीं सुर्खियों में
बिहार चुनावी मैदान में आज कई बड़े चेहरे नजर आए।योगी आदित्यनाथ ने बक्सर और गया में रैलियां कीं। उन्होंने कहा कि “बिहार और उत्तर प्रदेश की जनता एक है, और दोनों मिलकर देश में मोदी जी के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाएंगे।वहीं अखिलेश यादव ने सीवान में महागठबंधन की रैली में कहा कि “भाजपा ने बिहार को सिर्फ झूठे वादों से भरा है, अब जनता हिसाब मांगेगी। बिहार चुनाव 2025 जैसे-जैसे अंतिम चरण के करीब पहुंच रहा है, राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है। अमित शाह का कांग्रेस पर “आतंकवादियों को बिरयानी” वाला बयान इस चुनावी संग्राम में एक बड़ा सियासी तीर साबित हो सकता है।
