पटना: बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जदयू अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के एक कथित बयान ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ललन सिंह को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस वीडियो को लेकर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की है, जबकि जदयू ने वीडियो को “एडिटेड और भ्रामक” बताया है।
आरजेडी प्रवक्ता प्रियंका भारती ने भी वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यह बयान चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला है और आयोग को इसकी जांच कर कार्रवाई करन… वहीं जदयू ने इस मामले पर अपनी सफाई दी है. पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि वायरल वीडियो पूरी तरह से एडिटेड है और इसे गलत संदर्भ में फैलाया जा रहा …
क्या है पूरा मामला?
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इसमें कथित रूप से ललन सिंह मतदाताओं को रोकने या प्रभावित करने की बात करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को सबसे पहले आरजेडी के आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से पोस्ट किया गया, जिसके बाद यह पूरे राज्य की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया।
दयू की सफाई – ‘वीडियो एडिटेड है’
वहीं, जदयू (Janata Dal-United) ने आरजेडी के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि वायरल वीडियो पूरी तरह से एडिटेड है और इसे गलत संदर्भ में सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
निर्वाचन आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत ललन सिंह को नोटिस भेजा है। आयोग ने 24 घंटे के भीतर लिखित स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं।
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार,
“वायरल वीडियो की तकनीकी जांच कराई जा रही है। यदि यह पाया गया कि बयान आचार संहिता का उल्लंघन करता है, तो संबंधित उम्मीदवार या नेता पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल, चुनाव आयोग की ओर से नोटिस जारी किए जाने के बाद इस विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि ललन सिंह अपने जवाब में क्या सफाई देते हैं और आयोग इस पर क्या कदम उठाता है।
