दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी में चल रही एक बड़ी नकली उत्पाद निर्माण रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इब्राहिमपुर गांव में छापेमारी कर नकली ENO (ईएनओ) पाउडर बनाने वाली एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने मौके से 91,000 से ज्यादा नकली ईएनओ पाउच बरामद किए हैं। इस मामले में दो आरोपियों – संदीप जैन (45 वर्ष) और जितेंद्र उर्फ छोटू (23 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी इब्राहिमपुर गांव के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं।
मौके से मिले हजारों पाउच और कच्चा माल
छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री से करीब 91,000 नकली ईएनओ पाउच, कई किलो केमिकल पाउडर, पैकिंग मशीन, ब्रांडेड नाम वाले खाली पाउच, और कार्टन बॉक्स बरामद किए। शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी स्थानीय स्तर पर सस्ते केमिकल का मिश्रण तैयार कर उसे असली ENO की तरह पैक करते थे। पैकिंग के लिए वही रंग, डिजाइन और लोगो का इस्तेमाल किया गया था जो ब्रिटिश दवा कंपनी GlaxoSmithKline (GSK) के असली ENO उत्पादों में होता है।
दिल्ली पुलिस ने इब्राहिमपुर गांव में नकली ENO बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अवैध फैक्ट्री से 9… पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इब्राहिमपुर गांव में एक नकली ENO बनाने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम ने अवैध फै…
असली जैसा दिखने वाला नकली प्रोडक्ट
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नकली पाउच इतने असली जैसे बनाए गए थे कि पहली नजर में कोई भी उन्हें असली ENO समझ ले। यहां तक कि उस पर कंपनी का नाम, बैच नंबर, एक्सपायरी डेट और MRP भी छापी गई थी। आरोपियों ने यह काम इतने सुनियोजित तरीके से किया कि वे कई महीनों से स्थानीय बाजारों में यह नकली पाउडर सप्लाई कर रहे थे।
नकली प्रोडक्ट से स्वास्थ्य को खतरा
ENO जैसे उत्पाद पेट की गैस और एसिडिटी के इलाज में उपयोग होते हैं, ऐसे में नकली पाउडर का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस तरह के नकली प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किए गए केमिकल मानव शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन पाउडर्स में अक्सर सोडियम बाइकार्बोनेट और एसिडिक सॉल्ट्स के गलत अनुपात का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पेट में जलन, अल्सर, यहां तक कि किडनी पर भी असर पड़ सकता है।