समाचार मिर्ची

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गर्मी और बारिश का दोहरा कहर: देश के कई राज्यों में आपदा जैसे हालात

भारत के कई हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली है, जिससे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में भीषण गर्मी और मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को 11 राज्यों में तेज आंधी, बारिश और तूफान की चेतावनी जारी की है। वहीं, कुछ राज्यों में तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और हीटवेव से लोग बेहाल हैं।

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश: लू ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

मध्य भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी ने भयावह रूप ले लिया है। मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल खजुराहो में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा जिले ने देश में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया — 46.6 डिग्री सेल्सियस। चिलचिलाती धूप और लू की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

IMD ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ में भी हीटवेव की चेतावनी दी है। इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना जताई गई है। हीटवेव के कारण लोगों को दोपहर के समय घर से बाहर निकलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने लोगों को दिन के समय धूप में बाहर न निकलने की सलाह दी है।

बेंगलुरु में बारिश बनी कहर

दक्षिण भारत का आईटी हब बेंगलुरु भी मौसम की मार से अछूता नहीं रहा। सोमवार को शहर में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन ठप हो गया। शहर की कई प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गईं। बेंगलुरु के BTM लेआउट, व्हाइटफील्ड और आसपास के इलाकों में हालात काफी खराब हैं।

BTM लेआउट में बारिश का पानी अपार्टमेंट में भर जाने के कारण करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई — एक 12 वर्षीय बालक और एक 63 वर्षीय बुजुर्ग। वहीं व्हाइटफील्ड में दीवार गिरने की घटना में 35 वर्षीय महिला की मौत हो गई।

बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन शहर में खराब ड्रेनेज सिस्टम और अतिक्रमण के चलते हालात नियंत्रण में नहीं आ पा रहे हैं। मौसम विभाग ने बेंगलुरु और उसके आसपास के क्षेत्रों में आज भी ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है, जिससे और बारिश की संभावना जताई जा रही है।

बिजली गिरने से झारखंड और महाराष्ट्र में मौतें

पूर्वी भारत के झारखंड राज्य में सोमवार को बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई। ये घटनाएं धनबाद, गिरिडीह और कोडरमा जिलों में हुईं। दूसरी ओर, महाराष्ट्र के नासिक और नागपुर जिलों में भी बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत की खबर है।

बिजली गिरने की घटनाएं मानसून की शुरुआत के दौरान सामान्य होती हैं, लेकिन उचित जागरूकता और सुरक्षा उपायों की कमी के कारण हर साल सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं। राज्य सरकारों ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है।

मौसम विभाग का अलर्ट: 13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग ने झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, असम, मेघालय और त्रिपुरा समेत कुल 13 राज्यों में आज भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इन राज्यों में तेज हवा के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका है।

विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी राज्यों और दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। IMD ने संबंधित राज्य सरकारों को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन टीमों को तैयार रखने की सलाह दी है।

जनजीवन पर प्रभाव

एक ओर जहां उत्तर भारत के मैदानी इलाके लू से झुलस रहे हैं, वहीं दक्षिण और पूर्वी भारत बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं से जूझ रहा है। गर्मी और बारिश के इस दोहरे संकट से आमजन को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

बिजली आपूर्ति, जल निकासी, सड़क यातायात, और स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। कई क्षेत्रों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन द्वारा राहत शिविरों की स्थापना और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।

विशेषज्ञों की राय

जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मौसमीय बदलाव ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरणीय असंतुलन के संकेत हैं। अत्यधिक गर्मी और असामान्य बारिश अब सामान्य हो रहे हैं, जिससे न केवल जनजीवन प्रभावित हो रहा है बल्कि कृषि और अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ता है।


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