कोलकाता। विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनेल मेसी के ‘GOAT इंडिया टूर 2025’ का पहला पड़ाव कोलकाता में भारी अराजकता और विवाद के साथ समाप्त हुआ। 13 दिसंबर 2025 को विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन (साल्ट लेक स्टेडियम) में आयोजित कार्यक्रम में मेसी महज 20-22 मिनट ही मैदान पर रहे, जिसके बाद निराश प्रशंसकों ने कुर्सियां तोड़ीं, बोतलें फेंकीं और मैदान पर उतरकर तोड़फोड़ की। इस घटना ने न केवल कोलकाता की फुटबॉल प्रेमी शहर की छवि को धूमिल किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थीं, ने घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “मैं साल्ट लेक स्टेडियम में आज देखी गई अव्यवस्था से गहरा आहत और स्तब्ध हूं। मैं लियोनेल मेसी और सभी खेल प्रेमियों तथा उनके प्रशंसकों से इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए ईमानदारी से माफी मांगती हूं।” उन्होंने एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया, जिसमें सेवानिवृत्त न्यायाधीश शामिल हैं, और आयोजकों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए।
इस पूरे प्रकरण पर भाजपा ने ममता सरकार को घेरा है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख और बंगाल सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर कई पोस्ट कर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एक तस्वीर शेयर की, जिसमें मेसी के साथ ममता बनर्जी के भतीजे आकाश बनर्जी, उनकी पत्नी, अभिषेक बनर्जी की सोशल मीडिया हैंडलर अदिति गायेन, खेल मंत्री अरूप विश्वास और उनके भाई स्वरूप विश्वास की बेटियां नजर आ रही हैं। मालवीय ने लिखा, “युवा भारती क्रीड़ांगन में कल का कार्यक्रम फुटबॉल का जश्न मनाने और मेसी के प्रशंसकों को यादगार पल देने के लिए था। इसके बजाय यह बनर्जी-विश्वास सर्कल के चुनिंदा लोगों के लिए प्राइवेट शो बन गया।”
बता दें कि, मेसी अब हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली के दौरे पर हैं, जहां कार्यक्रम सुचारु रूप से चल रहे हैं। लेकिन कोलकाता की घटना ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह घटना लंबे समय तक चर्चा में रहेगी। फुटबॉल प्रेमियों की भावनाओं का सम्मान और बेहतर प्रबंधन की जरूरत सभी को महसूस हो रही है।
