बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने बयानों से सियासी हलचल मचा दी है। हरियाणा चुनावों में कथित “वोट चोरी” और “चुनावी धांधली” के आरोपों को राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।
हरियाणा चुनावों में कथित ‘वोट चोरी’ और ‘चुनावी धांधली’ के आरोपों को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े अभियान में तब्दील करना कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक स… हरियाणा के मुद्दे को तुरंत बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में घसीट लाना राहुल गांधी की रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने बिहार के एक गांव …
‘वोट चोरी’ का तराना और बिहार चुनाव का माहौल
बिहार चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में राहुल गांधी का यह बयान उस वक्त आया है जब सभी दल आखिरी चरण के प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं।
राहुल गांधी ने अपने हालिया भाषण में कहा कि “हरियाणा में लोकतंत्र की चोरी हुई है। वोट जनता ने डाला, लेकिन रिजल्ट किसी और के पक्ष में गया। यह केवल हरियाणा का मुद्दा नहीं है, यह पूरे देश के लोकतंत्र का सवाल है।”
‘हाइड्रोजन बम’ का अर्थ — राजनीति में बड़ा नैरेटिव
कांग्रेस नेता के इस बयान को मीडिया और राजनीतिक हलकों में “हाइड्रोजन बम” कहा जा रहा है, क्योंकि राहुल गांधी ने पहली बार ‘वोट चोरी’ को सिर्फ एक राज्य की समस्या न बताकर इसे राष्ट्रीय संकट के रूप में प्रस्तुत किया है।
उनकी मंशा साफ है — कांग्रेस अब यह संदेश देना चाहती है कि वह केवल सत्ता की राजनीति नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुरक्षा की लड़ाई लड़ रही है।
बता दें कि, राहुल गांधी का “हाइड्रोजन बम” यानी “वोट चोरी” वाला बयान भारतीय राजनीति में नई बहस छेड़ रहा है। यह बयान जहां विपक्ष को एकजुट करने की संभावना बढ़ा रहा है, वहीं भाजपा इसे निराधार आरोप बताकर पलटवार कर रही है। अब देखना यह होगा कि बिहार के मतदाता इस बयान को कितना गंभीरता से लेते हैं और क्या यह रणनीति बंगाल व दक्षिण भारत के चुनावों में भी कांग्रेस को फायदा पहुंचाती है या नहीं।
