समाचार मिर्ची

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दिल्ली। भारत में प्याज सिर्फ एक आम सब्जी नहीं बल्कि आम आदमी के रसोई का वो हिस्सा है, जिसके दाम में हलचल होते ही पूरे देश में खलबली सी मच जाती है। स्थिति ये तक हो जाती है कि कभी प्याज महंगा हो जाए तो सरकारें परेशान हो जाती हैं और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन तक शुरू हो जाते हैं। सरकारें किसी भी पार्टी की रहीं हो भारत में प्याज को लेकर अचानक से हाहाकार मच जाता है । कई बार तो सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम तक बनने लगते हैं। ऐसे विषम हालात में सरकार को बाहर से प्याज को आयात कराना भी पड़ जाता है। प्याज की इतनी कीमत हो जाती है कि लोग बीना प्याज के सब्जी बनाना शुरू कर देते हैं।

आइए आज प्याज की खेती और उसकी सीजनल पैदावार के बारे में जानते हैं क्योंकि इसके बारे में जानकारी बहुत कम लोगों को है। कि भारत में किस महीने कौन सी प्याज की फसल होती है, कौन से राज्य सबसे बड़े उत्पादक हैं और किस सीजन की फसल प्याज की कीमतों और आपूर्ति को स्थिर रखने में मदद करती है।

जानकारी दे दें कि, भारत दुनिया के सबसे बड़े प्याज उत्पादक देशों में शामिल है। हर साल देश में करोड़ों टन प्याज की खेती होती है ।और लाखों किसानों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है। यह न केवल घरेलू रसोई का आधार है बल्कि भारत के सब्जी निर्यात में भी प्याज की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रहती है।

भारत में प्याज की खेती साल भर चलती है, क्योंकि इसे तीन मुख्य मौसमों में उगाया जाता है – खरीफ, देर-खरीफ और रबी। हर मौसम की फसल का समय और विशेषताएं अलग हैं, जो बाजार में इसकी उपलब्धता और कीमतों को प्रभावित करती हैं।

  • खरीफ फसल (जुलाई-अगस्त में बुआई): यह फसल मानसून के दौरान बोई जाती है और अक्टूबर-नवंबर में कटाई होती है। खरीफ का प्याज, खासकर लाल प्याज, कम टिकाऊ होता है और इसे 15-20 दिन से ज्यादा स्टोर नहीं किया जा सकता। इसकी पैदावार भी मौसम पर बहुत निर्भर करती है, क्योंकि ज्यादा बारिश फसल को नुकसान पहुंचा सकती है।
  • देर-खरीफ (अक्टूबर-नवंबर में बुआई): यह फसल दिसंबर-जनवरी में तैयार होती है। यह खरीफ और रबी के बीच की फसल होती है और इसकी पैदावार मध्यम होती है।
  • रबी फसल (दिसंबर-जनवरी में बुआई): यह सबसे महत्वपूर्ण फसल है, जो अप्रैल-मई में कटाई के लिए तैयार होती है। रबी का प्याज चार से छह महीने तक स्टोर किया जा सकता है, जिसके कारण यह बाजार में आपूर्ति को स्थिर रखने में सबसे ज्यादा मदद करता है। देश के कुल प्याज उत्पादन का लगभग 60% हिस्सा रबी फसल से आता है।

कौन से राज्य हैं प्याज के सिरमौर?

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्याज उत्पादक देश है, जहां 2021 में करीब 27 मिलियन मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन हुआ था। देश के कुल प्याज उत्पादन का लगभग 90% हिस्सा 10 राज्यों से आता है, जिनमें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश सबसे आगे हैं।

  • महाराष्ट्र: प्याज का गढ़ कहे जाने वाला महाराष्ट्र, खासकर नासिक जिला, देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव का घर है। यहां से देश का 70-75% प्याज आपूर्ति होता है। महाराष्ट्र में साल में दो बार प्याज की फसल (नवंबर और मई) होती है।
  • मध्य प्रदेश: यह राज्य प्याज उत्पादन में दूसरे स्थान पर है और रबी फसल में विशेष योगदान देता है।
  • कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, गुजरात, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश: ये राज्य भी प्याज उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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