तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी फिर से अपने तीखे बोल की वजह से चर्चा में हैं। शुक्रवार को हैदराबाद में इंदिरा कैंटीन का विरोध करने वालों पर उन्होंने ऐसा बयान दिया कि विपक्ष भड़क गया। रेवंत ने तो विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए ये तक कह डाला, “जो इंदिरा गांधी की नीतियों और उनके योगदान को नहीं समझते, वो मूर्ख हैं!” बस, ये सुनते ही सियासी आग भड़क गई!
विपक्ष का जोरदार पलटवार
बीजेपी के हैदराबाद प्रमुख रामचंद्र राव ने रेवंत को खरी-खोटी सुनाई। बोले, “ये बयान न सिर्फ असंवैधानिक है, बल्कि गरीबों और विरोधियों के प्रति रेवंत का असली रवैया दिखाता है।” उधर, बीआरएस के बिग बॉस के.टी. रामाराव यानी केटीआर ने भी कांग्रेस को घेर लिया। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “राहुल जी संविधान की दुहाई देते हैं, लेकिन उनके सीएम को अपनी ज़ुबान पर लगाम नहीं!
ये है कांग्रेस की सियासी तहज़ीब?” कांग्रेस का बचाव: “भावनाओं में बह गए रेवंत!”
अब अपने नेता को उल्टे सीधे बयानों के बीच फंसता देख कांग्रेस ने रेवंत के बयान को बचाने की कोशिश की और कहा, “ये तो भावनाओं में कही गई बात थी।” पार्टी का दावा है कि इंदिरा गांधी के योगदान को कोई नकार नहीं सकता, और गरीबों के लिए बनी योजनाओं को उनके नाम से जोड़ना उनका हक है।
लेकिन वहीं विपक्ष बिल्कुल भी इस मामले पर चुप्पी साधने की स्थिति में नजर नहीं आ रहा है। वो इसे भाषा और संस्कार का मुद्दा बनाकर रेवंत को घेरने की कोशिश में लगा है।