करोना के मामले तेजी से बढते ही जा रहे है इसी के साथ दन व दीन लोगों का डर भी बढता ही जा रहा हैं। सबको डर सता रहा है।कि कहीका पिछला करोना का समय ना आ जाए।ऐसे मे लोग अभी से सतर्क है और और सरकार भी पहले से ही व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी है।जिस तरह से करोना के मामले बढते जा रहे है लोगों को डर सता रहा है। लॉकडाउन ना हो जा जो पिछले समय हुआ था । जिसने सबका दिनचर्या ही बदल कर रख दिया था। जिसमे लोगो को बहुत नुकसान हुआ था। ।कितने लोगों ने तो परेशान होकर अपना जान भी गवा दी थी ।करोना आने क्या रूप लेता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा। फिल्हाल सबको सतर्क रहने कि जरूरत है।
देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता जताई जा रही है, लेकिन यह चिंता फिलहाल केवल आंकड़ों तक ही सीमित नजर आ रही है। बीते 15 दिनों में देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में लगभग पांच गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां 19 मई को सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में 257 सक्रिय केस बताए गए थे, वहीं 2 जून तक यह संख्या बढ़कर 3,961 हो गई है। हालांकि, जमीनी स्तर पर अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या में कोई खास उछाल नहीं देखा गया है और न ही कोविड जांच में कोई वृद्धि दर्ज की गई है।
सिर्फ आंकड़ों की लहर या सचमुच संक्रमण में बढ़ोतरी?
स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यह केवल “आंकड़ों की लहर” है, न कि संक्रमण की वास्तविक नई लहर। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक देश के किसी भी जिले में पिछले चार सप्ताह के दौरान ऐसा कोई पैटर्न सामने नहीं आया है जिससे यह कहा जा सके कि कोरोना संक्रमण जमीनी स्तर पर तेजी से फैल रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि संक्रमण वास्तव में फैलता, तो स्थानीय स्तर पर अधिक संख्या में मरीज सामने आते, अस्पतालों में व्यवस्था को अच्छी करनी पड़ेगी
जांच नहीं बढ़ी, अस्पताल खाली, फिर कैसे बढ़े आंकड़े?
आंकड़ों में बढ़ोतरी के पीछे एक बड़ी वजह यह भी हो सकती है कि राज्यों ने लंबी अवधि के बाद कोविड रिपोर्टिंग शुरू की है, जिससे पुराने केस भी एक साथ डैशबोर्ड पर दिखने लगे हैं। इसके अलावा कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि कुछ जिलों में कोविड सैंपलिंग को बढ़ाया गया है, जिससे सीमित क्षेत्रों में अधिक केस दर्ज हुए हों।
हालांकि, संक्रमण की वास्तविक तस्वीर तभी स्पष्ट हो सकती है जब नियमित जांच, सघन निगरानी और अस्पतालों से भर्ती मामलों की सही रिपोर्टिंग की जाए। अभी देश में कोविड टेस्टिंग की दर बेहद कम है, और कई राज्यों में तो रूटीन निगरानी भी बंद हो
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 4000 के करीब पहुँच गई है. यह संख्या 22 मई के 257 सक्रिय मामलों की तुलना में 15 गुना अधिक है. यह वृद्धि पिछले 10 दिनों में हुई है. पिछले 24 घंटों में चार मरीज़ों की मौत हुई है, जिससे मृत्यु का आंकड़ा 28 तक पहुँच गया है. तीन दिनों में 21 मौतें दर्ज की गई हैं. केरल में 1400 से अधिक सक्रिय मामले हैं, जबकि महाराष्ट्र में 506 और कर्नाटक में 238 सक्रिय मामले हैं. दिल्ली में भी 61 नए मामले सामने आए हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए, देशभर के अस्पतालों में जाँचों की संख्या बढ़ाई जा रही है.