दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने बर्मिंघम में इंग्लैंड को 336 रनों से धूल चटा दी है। ये भारत की विदेशी ज़मीन पर रनों के अंतर से सबसे बड़ी जीत है, सोचो! पहले 2016 में वेस्टइंडीज को एंटीगुआ में 318 रनों से हराया था, वो रिकॉर्ड भी टूट गया। इंग्लैंड में तो 1986 में लीड्स में 279 रनों की जीत थी, उसको भी पीछे छोड़ दिया। इस जीत के सुपरस्टार रहे हमारे कप्तान शुभमन गिल और तेज़ गेंदबाज़ आकाशदीप। गिल ने तो कमाल ही कर दिया—एक टेस्ट में 430 रन ठोक डाले, वो भी दो शतकों के साथ!
सुनील गावस्कर का 1971 का रिकॉर्ड याद आता है जब उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 344 रन बनाए थे, वो भी धराशायी हो गया। गिल बस विश्व रिकॉर्ड बनाने से चुक गए, 27 रन अगर बना लिए होते तो ग्राहम गूच के 456 रन का रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रच देते।
आकाशदीप ने कमाल ही कर दिया… भाई, उन्होंने 10 विकेट लेकर बर्मिंघम में भारतीय गेंदबाज़ का सबसे शानदार प्रदर्शन किया। इंग्लैंड को दूसरी पारी में 271 पर समेटने में उनकी 6/99 की गेंदबाज़ी ने कमाल कर दिया। गिल की कप्तानी में ये जीत दिखाती है कि भारतीय टीम अब विदेश में भी किसी से कम नहीं। गिल ने बल्ले से आग उगली, आकाशदीप ने गेंद से कहर बरपाया। ये जीत सिर्फ़ 336 रनों की नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के आत्मविश्वास का नया अध्याय है।
अब लॉर्ड्स में अगला टेस्ट 10 जुलाई से, और जसप्रीत बुमराह की वापसी के साथ मज़ा और आएगा!